{ Poem } अब तुम्हे खुद मानकर हम पूजा करेंगे



अब तुम्हे खुद मानकर हम पूजा करेंगे


सोचते हैं जब जाओगे तब क्या करेंगे


अब तलक था योग आँखों का मन का



{ INFORMATIVE MATERIAL } प्यार की भाषा

दुनिया में हर इंसान प्रेम की भाषा समझता है। लेकिन प्रेम की कोई सटिक परिभाषा नहीं है। कई पत्नियां अपने पति का कहना मान लेनेभर को प्रेम